मुझसे ही मिलना चाहते हो ,
मुझसे ही बिछड़ना चाहते हो....
मुझसे ही बिछड़ना चाहते हो....
नाम मेरा खुद ही लिखते हो अपनी हथेली पे ,
और खुद ही मिटाते हो ....
हम तो सिर्फ तुम्हे चाहते है ,
पर न जाने तुम क्या चाहते हो .....
तुम सच में मुझे भुलाना चाहते हो ,
या फिर युही बुद्धू बनाते हो ...
इस तरह हर पल दर्द देना अच्छी बात नहीं,
दिल की बात तो बताओ मुझे ,जो मुझसे ही तुम छुपाते हो ...
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जब तड़फ उडती हूँ ,तुम्हारे लिए ,
क्यों एक आवाज में दोड़े चले आते हो .
जब तड़फ उडती हूँ ,तुम्हारे लिए ,
क्यों एक आवाज में दोड़े चले आते हो .
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फिर पूछती हूँ ये क्या है ,?
तो रोते हुये क्यों सीने से लिपट जाते हो........
....Gurjar ...
फिर पूछती हूँ ये क्या है ,?
तो रोते हुये क्यों सीने से लिपट जाते हो........
....Gurjar ...
कोमल भावो की बेहतरीन अभिवयक्ति.....
ReplyDeletebhawo ki uthal puthal... man ko chu jane wali
ReplyDeletekhoob...
ReplyDeletebahut khoob Gurjar ji...........mai to aaj se fan ho gaya apka
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