क्या है मोहोब्बत
एक अहसास हे मोहोब्बत
तो कभी एक ख्ह्ब है मोहोब्बत
एक जज्बात है मोहोब्बत!
किसी से दूर है मोहोब्बत
तो किसी के पास है मोहूबत!
किसी को एक बार हे मोहोब्बत
तो किसी को कई बार हे मोहोब्बत!
किसी से गुनाह करबाती है मोहोब्बत
तो कभी खुद ही गुनाहगार है मोहोब्बत!
किसी को पाना है मोहोब्बत
तो किसी को खोके भी पा जाना है मोहोब्बत!
कभी मेरा सकूं हे मोहोब्बत
तो कभी मेरा दर्द हे मोहोब्बत!
किसी के दिल की धडकनों को पढना हे मोहोब्बत
तो किसी के लिए सिर्फ जिस्म की नुमाईश हे मोहोब्बत !
जिन्दगी किसी के इन्तजार में गुजार देना हे मोहोब्बत
तस्वीर से उसकी रात भर बातें करना है मोहोब्बत!....गुर्जर ....
बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति...
ReplyDeleteअच्छी रचना ....
ReplyDeleteprem ke vibhinn roopon ka varnan karti hui achhi rachna.
ReplyDeleteshubhkamnayen
sunder sabdo me bayan kiya hai apne mohabbat ko ...........
ReplyDeletekabhi hasi , kabhi aankho ki nami,
ReplyDeletekabhi kisi k hone ka ehsas,to kabhi sb k hote hui b ek kami,
kabhi dard ki aah, to kabhi ratein tanha,
kabhi kisi k anchuye ehsas, to kabhi kisi ki chahat pane ki pyas,
jazbato ki kahani hoti hai mohobbat, har ek dhadkte dil ki rawani hoti hai maohobbat..... this is 4 u pavan...
Bahut acchhi rachnayein karte hain aap.. common ek baat aapki saari rachnaon mein ki ekdam doob jate ho khyalo mein aap.. Bahut hi badhiya blog aur aapki rachnayein.. Badhai...
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