Text selection Lock by Hindi Blog Tips

Tuesday, January 31, 2012

मुझे मेरे बाद मेरे दीवाने ढूंढते हे.....



मुझे मेरे बाद मेरे दीवाने ढूंढते हे
चला के मुझे अंगारों पे फर्फ़ के ढेले ढूंढते हे
मुझे मेरे बाद मेरे दीवाने ढूंढते हे....

गुजर जाते थे जो गुमसुम मेरे करीव से ,
आज वो मेरी रूह को  ढूंढते हे
मुझे मेरे बाद मेरे दीवाने ढूंढते हे ....

तूफां में फंसाके कसती मेरी ,
दुआ मेरी सलामती की कबूलते हे
मुझे मेरे बाद मेरे दीवाने ढूंढते हे ......

नजरें चुराना आदत हो गयी थी जिनकी ,
वो अब हर रोज हमें खावोँ में ढूंढते हे
मुझे मेरे बाद मेरे दीवाने ढूंढते हे ......

जिनकी आदत थी हर पल रुलाना,
आज वो मेरे चहरे पे हंशी ढूंढते हे
मुझे मेरे बाद मेरे दीवाने ढूंढते हे ....
...///...गुर्जर...///...

6 comments:

  1. मान के दीवाने अक्सर पीठ पीछे कुछ और ही होते हैं ... वो सच्चे दीवाने नहीं होते होंगे ...

    ReplyDelete
  2. ओह...क्या लिखा है आपने...सर जी

    ReplyDelete
  3. jinki aadat thi har pal rulana.....

    bas ab jyada kuchh kahne ki zaroorat na rahi...
    khojne vale n jaane kya kya khojte hain...!!

    ReplyDelete
  4. भावनाओं को कागज पर उतारने का तरीका प्रभावी है ... लिखते रहिये ....शुभकामनाएं

    ReplyDelete